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भीड़ से निपटने के लिए तैयार महाकुंभ प्रशासन, बसंत पंचमी के लिए बनाए ये 10 प्लान

Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या के बाद तीसरा शाही स्नान बसंत पंचमी है, जो 3 फरवरी को पड़ रहा है। ऐसे में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने क्या तैयारियां की हैं, आइए देखते हैं…

प्रयागराजJan 30, 2025 / 01:39 pm

Sanjana Singh

Mahakumbh 2025

Mahakumbh 2025

Mahakumbh 2025: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर भगदड़ होने की वजह से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। रात में भीड़ का अत्याधिक दबाव और भगदड़ होने से हालात बेकाबू हो गए। मौनी अमावस्या के बाद महाकुंभ का तीसरा अमृत स्नान 3 फरवरी यानी बसंत पंचमी को है। महाकुंभ मेला में बसंत पंचमी पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने कई तैयारियां की हैं। आइए, 10 पॉइंट्स में समझते हैं कि प्रशासन ने किस तरह की व्यवस्थाएं की हैं:

भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन का प्लान

स्पेशल अधिकारियों की तैनाती: महाकुंभ मेला की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए 12 फरवरी तक स्पेशल अधिकारियों को तैनात किया गया है, जिसमें पहले के अनुभव वाले अधिकारी भी शामिल हैं।
सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा: गुरुवार को मुख्य सचिव और डीजीपी महाकुंभ मेला की सुरक्षा व्यवस्था और बसंत पंचमी पर होने वाले ‘अमृत स्नान’ की व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे।

नो-व्हीकल जोन घोषित: हादसे के बाद मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है, जिससे अब मेला क्षेत्र में किसी भी वाहन का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
होल्डिंग एरिया: मेला क्षेत्र में भीड़ के दबाव को नियंत्रित करने के लिए सीमावर्ती इलाकों में होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं।

बिजली, पानी और खाने की सुविधा: होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं के लिए बेहतर खाने, पानी और बिजली की व्यवस्था की गई है, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।
VVIP पास रद्द: मेला क्षेत्र में अब किसी भी प्रकार के VVIP पास रद्द कर दिए गए हैं, जिससे अब कोई भी विशेष पास के माध्यम से वाहन को एंट्री नहीं दी जाएगी।

रास्ते किए वन-वे: बसंत पंचमी के अवसर पर शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर 4 फरवरी तक रोक लगा दी गई है। साथ ही, मार्गों को वन-वे किया गया है ताकि श्रद्धालु एक ही रास्ते से आएं और दूसरे से वापस जाएं।
पड़ोसी राज्यों के मालवाहक वाहनों पर रोक: महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ और ट्रैफिक को देखते हुए बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और एमपी से आने वाले मालवाहक वाहनों को 31 जनवरी तक यूपी के सीमावर्ती जिलों में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सवारी वाहनों पर रोक: मौनी अमावस्या पर हुए हादसे के बाद अब प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले सवारी वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है।

डिजिटल खोया-पाया केंद्र: महाकुंभ मेला में 10 डिजिटल खोया-पाया केंद्र बनाए गए हैं, जिनको और अधिक सुगम किया गया है। इसके अलावा, शिकायत या सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है।
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स्पेशल अधिकारियों को बुलाया प्रयागराज

भगदड़ हादसे के बाद महाकुंभ मेला की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए स्पेशल अधिकारियों को प्रयागराज बुला लिया गया है। 2019 में आयोजित कुंभ में अपनी सेवाएं दे चुके और प्रयागराज के मंडलायुक्त रहे यूपीपीसीएल के अध्यक्ष आशीष गोयल के साथ इलाहाबाद विकास प्राधिकरण के पूर्व वीसी भानु चंद्र गोस्वामी को महाकुंभ की व्यवस्थाएं संभालने के लिए भेजा गया है।
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बसंत पंचमी पर करेंगे सभी अखाड़े स्नान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बसंत पंचमी पर अमृत स्नान की सुरक्षा और सुविधाओं से जुड़ी सभी तैयारियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इस दिन महाकुंभ के चौथे अमृत स्नान में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। साथ ही, इस दिन सभी अखाड़े भी अमृत स्नान करेंगे, क्योंकि मौनी अमावस्या पर हुए हादसे के बाद अखाड़ा परिषद ने स्नान रद्द कर दिया था। ऐसे में, बसंत पंचमी के अवसर पर महाकुंभ मेला प्रशासन बड़े पैमाने पर व्यवस्थाओं को संभालने की तैयारी कर रहा है।

#Mahakumbh2025 में अब तक

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