Jaundice Case: बीते साल भी डायरिया का था प्रकोप
यह पहली बार नहीं है कि जब इस इलाके में पीलिया के मामले सामने आए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले दो वर्षों से इस कॉलोनी में लगातार पीलिया और
डायरिया जैसी बीमारियों के केस मिल रहे हैं। वर्ष-2024 में डायरिया फैलने से 100 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था, जबकि दूषित पानी पीने से एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है।
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
कॉलोनीवासियों का कहना है कि कई बार नगर निगम और जल विभाग को शिकायत की गई, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया गया। सरकार की ओर से पाइपलाइन बिछाने और शुद्ध पानी की व्यवस्था करने के कई वादे किए गए, मगर हकीकत में हालात जस की तस बने हुए हैं। जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो बढ़ सकती है परेशानी
लोगों की मांग है कि प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द पाइपलाइन के जरिए स्वच्छ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करे। अन्यथा, आने वाले दिनों में हालात और भी खराब हो सकते हैं। दूषित पानी की वजह से बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है, जो पूरे इलाके के लिए चिंता का विषय बन चुका है।
700 से अधिक परिवार परेशान
Jaundice Case in Raipur: स्थानीय लोगों के मुताबिक, लाभांडी की इस कॉलोनी में 700 से अधिक परिवार रहते हैं, लेकिन साफ पानी की सुविधा नहीं है। प्रशासन की ओर से केवल एक टैंकर भेजा जाता है, जो पर्याप्त नहीं होता। मजबूर होकर लोग बोरवेल का पानी पी रहे हैं, लेकिन वह भी पूरी तरह दूषित है। इसी कारण कॉलोनी में लगातार जलजनित बीमारियों के मामले सामने आ रहे हैं। डॉ. तृप्ति पाणिग्रही, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम: लाभांडी स्थित संकल्प सोसाइटी फेज-2 में पीलिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए त्वरित मोबाइल मेडिकल यूनिट तैनात कर दी गई है, जिससे प्रभावित लोगों को प्राथमिक उपचार और जरूरी चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। पूरी कॉलोनी में विशेष सफाई अभियान चलाया गया। स्वच्छता और स्वास्थ्य जागरुकता बढ़ाने के लिए
स्वच्छता दीदियों को इलाके में भेजा गया है।