scriptनवजात के धर्म परिवर्तन पर अस्पताल में हंगामा, बालाश्रम भिजवाया | Patrika News
सागर

नवजात के धर्म परिवर्तन पर अस्पताल में हंगामा, बालाश्रम भिजवाया

मदद के बहाने जबरन कराना चाह रहे थे एडॉप्शन सागर. जिला अस्पताल में नवजात बच्ची को जबरन एडॉप्शन के मामले में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। बच्ची के धर्मांतरण की बात सामने आते ही मंगलवार सुबह पुलिस व बाल कल्याण समिति के साथ हिंदू संगठन के पदाधिकारी भी जिला अस्पताल पहुंच गए। पहले तो बच्ची […]

सागरMar 05, 2025 / 02:00 am

नितिन सदाफल

अस्पताल में हंगामा

अस्पताल में हंगामा

मदद के बहाने जबरन कराना चाह रहे थे एडॉप्शन

सागर. जिला अस्पताल में नवजात बच्ची को जबरन एडॉप्शन के मामले में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। बच्ची के धर्मांतरण की बात सामने आते ही मंगलवार सुबह पुलिस व बाल कल्याण समिति के साथ हिंदू संगठन के पदाधिकारी भी जिला अस्पताल पहुंच गए। पहले तो बच्ची को कब्जे में रखने वाले परिवार ने इसका विरोध किया, लेकिन विवाद बढ़ता देख सब शांत हो गए। इसके बाद बाल कल्याण समिति ने बच्ची को अपने कब्जे में लेकर परवरिश के लिए शहर के एक बालाश्रम में भेजा है।
दरअसल फरवरी माह की शुरूआत में रेलवे स्टेशन पर नवजात के साथ गंभीर हालत में मिली गुना निवासी महिला कमला (परिवर्तित नाम) को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। 17 फरवरी को इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। इसके बाद मृतिका के 5 साल के बेटे को तो बालाश्रम भेज दिया, लेकिन किसी ने नवजात पर ध्यान नहीं दिया। मामला सामने आने के बाद बाल आयोग व बाल कल्याण समिति ने जांच-पड़ताल की और मासूम का रेस्क्यू करने के लिए एसपी को पत्राचार किया था।

डॉक्टर की भूमिका संदिग्ध

बाल आयोग व बाल कल्याण समिति इसे धर्मांतरण का मामला बता रहे हैं। अस्पताल शनिचरी निवासी हिना पत्नी अब्दुल रसीद नाम की महिला ने मदद के नाम पर मृतिका की नवजात बेटी को एनआरसी में भर्ती कराया और वहां उसका नाम बदलकर फातिमा कर खुद ही बच्ची के माता-पिता भी बन गए। इस मामले में जिला अस्पताल के एनआरसी (पोषण पुनर्वास केंद्र) में पदस्थ डॉ. नईम की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। जांच-पड़ताल में अस्पताल के दस्तावेजों से पता चला कि बच्ची को डॉ. नईम ने ही भर्ती कराया था।

कार्रवाई होनी चाहिए

हिंदू जागरण मंच के डॉ. उमेश सराफ ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टर ने बच्ची को दूसरे परिवार को दे दिया, जिसने बच्ची का नाम व धर्म बदलकर भर्ती कराया। ड्यूटी डॉक्टर को अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देनी थी, लेकिन ऐसा नहीं किया। पूरे मामले में डॉक्टर की गलती है। मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए। कार्रवाई नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

Hindi News / Sagar / नवजात के धर्म परिवर्तन पर अस्पताल में हंगामा, बालाश्रम भिजवाया

ट्रेंडिंग वीडियो