जानिए पूरा मामला
ये घटना सहारनपुर के मेला गुघाल क्षेत्र के पास स्थित शिया समुदाय के ख्वाजादरन कब्रिस्तान की है। यहां रजवाहे का पानी कब्रिस्तान में भर गया। तीन से चार फिट तक पानी भर जाने की वजह से कब्रिस्तान की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई और हाल ही में बनाई गई कब्रों से मिट्टी का कटान होने के बाद कुछ शव मिट्टी के बाहर तक आ गए। सुबह जब शिया समुदाय के लोग पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कब्रिस्तान में पानी भर गया है और पानी के तेज बहाव से मिट्टी का कटाव हो गया है जिससे कब्रें खुल गई हैं। इस पर लोगों ने सिंचाई विभाग पर गुस्सा जाहिर करते हुए नगर निगम को सूचना दी और समस्या के तुरंत समाधान की मांग की। इसके बाद देर रात तक निगम की टीम कब्रिस्तान में लगी रही और मशीनों की मदद से पानी बाहर निकाला गया। इसके बाद लोगों ने खुली कब्रों में दोबारा से मिट्टी भरी।
रजवाहा ऑवरफ्लो होने से हुई घटना
सुबह जब लोगों को कब्रिस्तान में पानी भर जाने की खबर मिली तो वो अपनों की कब्र देखने के लिए कब्रिस्तान पहुंच गए। यहां कब्रिस्तान में कब्रों का हाल देखकर लोगों ने इस घटना के लिए सिंचाई विभाग को जिम्मेदार ठहराया। लोगों ने कहा कि, रजवाहे का पानी जिस नाले में जाता है वह नाला साफ नहीं है। इन लोगों का आरोप है कि, सिंचाई विभाग ने रजवाहे में इतना पानी छोड़ दिया कि रजवाहा ऑवरफ्लो हो गया और पानी कब्रिस्तान में भर गया। स्थानीय लोगों ने इस घटना के लिए पूर्ण रूप से सिंचाई विभाग को जिम्मेदार ठहराया है।
निगम की टीम ना पहुंचती तो और बिगड़ सकते थे हालात
वार्ड 66 के पार्षद हाजी गुलशेर ने बताया कि सिंचाई विभाग की लापरवाही से ये घटना घटी लेकिन मदद निगम से ही मिल सकी। निगम के अधिकारियों ने रात में ही टीम भेजी और पानी को मशीनों से निकलवाया गया। अगर ऐसा ना किया तो जाता तो अन्य कब्रें भी खुल सकती थी। इस घटना से एक कब्र तो पूरी तरह ही खुल गई। अन्य कई कब्रों भी आंशिक रूप से खुल गई। स्थानीय लोगों ने कहा है कि यह घटना दोबारा ना इसके लिए कब्रिस्तान के चारों और मजबूत बाउंड्री कराया जाना आवश्यक है। पार्षद हाजी गुलशेर का कहना है कि वह कई बार आला अफसरों के भी इस बारे में लिख चुके हैं लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हो सका है।