हत्या की साजिश ऐसे हुई बेनकाब
सीबीगंज के 58 वर्षीय लीलाधर पुत्र रामलाल, 17-18 फरवरी की रात अपने घर के बाहर बनी बैठक में सो रहे थे। आधी रात करीब 12:30 बजे, दो अज्ञात हमलावरों ने उन पर हमला किया। पहले उन्होंने तमंचे से गोली मारने की कोशिश की, लेकिन छीना-झपटी में कारतूस नीचे गिर गया। इसके बाद उन्होंने चाकू से गोदकर उनकी हत्या करने का प्रयास किया। संयोग से, लीलाधर की प्रेमिका का पति उसी समय उधर से गुजर रहा था। उसने हमलावरों को देख लिया, जिससे घबराकर दोनों आरोपी लीलाधर को गंभीर रूप से घायल कर भाग निकले।
पुलिस जांच में बेटे की साजिश आई सामने
घटना के बाद लीलाधर के मौसेरे भाई नत्थू लाल ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की जांच करते हुए पुलिस को लीलाधर के बेटे राकेश पर शक हुआ। पूछताछ में राकेश ने पहले अपने पिता की प्रेमिका के पति पर आरोप लगाया, लेकिन जब पुलिस ने कड़ाई से जांच की तो पूरी साजिश का खुलासा हुआ।
30 हजार में हुई थी हत्या की डील
इंस्पेक्टर सुरेश चंद्र गौतम के मुताबिक, राकेश को डर था कि उसके पिता अपनी 25 बीघा जमीन का आधा हिस्सा अपनी प्रेमिका के बेटे के नाम कर देंगे। इस डर से उसने 16 फरवरी को अपने तहेरे भाइयों राजेश (पुत्र बुद्धि) और छोटे (पुत्र केदार) को हत्या के लिए 30,000 रुपये की सुपारी दी। रात को राकेश ने पहले जाकर देखा कि उसके पिता अकेले सो रहे हैं और दरवाजा खुला है। इसके बाद उसने अपने दोनों भाइयों को हमला करने के लिए भेज दिया।
एक चप्पल ने खोला पूरा राज
हमलावरों के मौके से भागने के दौरान राजेश की लाल रंग की चप्पल वहीं छूट गई। यह चप्पल पुलिस के लिए अहम सुराग बनी। जब पुलिस ने राजेश से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या की साजिश कबूल कर ली। पुलिस ने दोनों आरोपियों राजेश और छोटे को गिरफ्तार कर उनके पास से एक अवैध तमंचा, एक कारतूस, एक चाकू और 5,000 रुपये बरामद किए। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया।