अंबामाता थाना क्षेत्र के फतहसागर में मंगलवार सुबह एक महिला का शव मिला था। दोपहर में उसी जगह से एक और शव निकला। शव सलूंबर निवासी सविता परमार (45) पत्नी दीताराम और उनकी सहयोगी युवती आदित्या (24) का था। पहले दोनों शवों का अलग-अलग होना माना जा रहा था।
शाम को पता चला कि दोनों ने एक साथ जान दी, लेकिन दोनों के बीच संबंध और कारणों का पता नहीं चला। देर रात सामने आया कि मृतका सविता परमार और उसकी सहयोगी युवती आदित्या सलूंबर के एक निजी कॉलेज में कार्यरत थी। आदित्या पारिवारिक कामकाज में मदद के लिए हर समय सविता के साथ रहती थी।
पति देवल में शिक्षक, मृतका रह चुकी
मृतका सविता परमार का पति दीताराम डूंगरपुर के देवल में सरकारी शिक्षक है। उन्होंने बताया कि पत्नी सविता भी सरकारी शिक्षक रह चुकी है। उनकी बेटी गंभीर बीमारी से ग्रस्त होने के कारण सविता ने जॉब छोड़ दी थी। फिर निजी कॉलेज में काम शुरू किया। उसके साथ कॉलेज में ही जॉब करने वाली युवती बतौर सहयोगी हर दम साथ लगी। ऐसे में आदित्या का आस्था से भी गहरा लगाव था।
शव ले जाते समय रास्ते में ही उतर गई
मावली नवोदय विद्यालय में पढऩे वाली 12 वर्षीय बेटी आस्था गुइलेन-बैरे सिंड्रोम नामक लाइलाज बीमारी से ग्रस्त थी। रविवार रात सलूंबर में उसकी तबीयत बिगडऩे पर उदयपुर लाए थे, जहां मृत घोषित कर दिया। सविता अपने साथ सहयोगी आदित्या को भी साथ लाई थी। आस्था की मौत पर दोनों को गहरा आघात लगा। परिवार शव को गांव ले जा रहा था, लेकिन सदमे में मां व युवती रास्ते में ही उतर गई। विधानसभा खेरवाड़ा से चुनाव लड़ चुकी है सविता
उदयपुर की खेरवाड़ा विधानसभा से 2023 में सविता निर्दलीय चुनाव लड़ चुकी है। वह इससे पहले आम आदमी पार्टी से भी विधानसभा उमीदवार रह चुकी थी। हाल ही में सविता और आदित्या पूर्व सांसद अर्जुन लाल मीणा के सलूंबर स्थित कॉलेज में जॉब कर रही थी। सविता पहले सरकारी टीचर थी, लेकिन बीमार बेटी की देखभाल के चलते उसने जॉब छोड़ दी थी।
सूरजपोल थाने में दी थी गुमशुदगी रिपोर्ट
दीताराम ने बताया कि रात को अस्पताल से बेटी का शव लेकर रवाना हुए तो सविता ने उदयपोल पर वॉशरूम जाने के लिए गाड़ी रुकवाई। सविता और आदित्या गाड़ी से उतरकर कहीं चली गई। बेटी का शव लिए बैठे लाचार दिताराम ने काफी देर तलाश, लेकिन नहीं मिली। नहीं मिलने पर सूरजपोल थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दी।