स्वागत उद्बोधन देते हुए भंवर सेठ ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक राष्ट्र की धरोहर है। वर्तमान में जो वरिष्ठ नागरिकों के लिए पॉलिसी बनाई है, उसमें सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने रेलवे यात्रा में भी छूट, आयुष्मान योजना का लाभ 60 साल की उम्र से ही लागू करने, जगह-जगह मोहल्ला क्लिनिक खोलने आदि की मांग की। डॉ. शिल्पा सेठ ने कहा कि जो भी वरिष्ठजनों के लिए सरकारी योजनाएं हैं वह ग्रामीण क्षेत्रों तक भी पहुंचनी चाहिए।जनार्दनराय नागर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने कहा कि कब क्या करना है यह बताना बुद्धिमान का काम है, लेकिन कैसे करना है यह अनुभवी ही बता सकता है। आज हम बुजुर्गों से सलाह लेना भूल गए हैं। बुजुर्गों में जीवन का अनुभव होता है और उनके अनुभव से ही देश समाज और युवा आगे बढ़ सकते हैं।परिसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वी.के भाडने ने ध्वजारोहण किया। इसके बाद कार्यकारिणी की शपथ हुई। सम्मेेलन के अतिथियों में परिसंघ उपाध्यक्ष अन्ना साहब टकले, संस्थान अध्यक्ष चौसरलाल कच्छारा ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम के मध्य में अनुभूति स्मारिका का विमोचन अतिथियों ने किया। वहीं सम्मान समारोह हुआ।अधिवेशन के दूसरे तकनीकी सत्र में डॉक्टर्स की टीम ने आपसी परिचर्चा कर वरिष्ठ नागरिकों की उम्र के साथ होने वाली बीमारियों का नवीनतम पद्धति से उपचार के बारे में बताया। मॉडरेटर वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डाॅ. अमित खंडेलवाल थे। डाॅ. गौरव छाबड़ा, डाॅ. रमेश पुरोहित, डाॅ. अंकुर सेठिया, डाॅ. कल्पेश चौधरी, डाॅ. सुमित वार्ष्णेय, डॉ. कल्पेश चंद राजबर ने भी विचार रखे।