इसके अलावा मंगल को ज्योतिष शास्त्र में सेनापति माना गया है। मंगल मेष राशि और वृश्चिक राशि के स्वामी माने गए हैं। मकर राशि में मंगल उच्च के हो जाते हैं, वहीं कर्क राशि में मंगल को नीच का माना जाता है। सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति से इनकी मित्रता है। बुध से मंगल की नहीं बनती है, जबकि शुक्र और शनि इनके सम संबंध हैं। मंगल देव पराक्रम, स्फूर्ति, साहस, आत्मविश्वास, धैर्य, देश प्रेम, बल, रक्त, महत्वकांक्षा एवं शस्त्र विद्या के अधिपति माने गए है।
ये समस्त साहसिक कार्य जैसे सेना, अग्निशमन सेवाएं, पुलिस आदि के साथ-साथ प्रशासनिक दक्षता का भी प्रतिनिधित्व करता है। हालांकि मंगल अग्नि तत्व ग्रह होने के साथ-साथ एक उत्तेजनात्मक ग्रह भी है। मंगल का प्रभाव युद्ध, भूमि, साहस, पराक्रम और बिजनेस पर भी होता है।
मंगल का असर हथियार, औजार, सेना, पुलिस और आग से जुड़ी जगहों पर होता है। इस ग्रह के अशुभ असर से गुस्सा बढ़ता है और विवाद होते हैं। इस समय जल्दबाजी से बचना होगा। मंगल के अशुभ असर के कारण आम लोगों में गुस्सा और इच्छाएं बढ़ने लगती हैं। इच्छाएं पूरी नहीं होने पर लोग गलत कदम उठा लेते हैं, जिससे विवाद और दुर्घटनाएं होती हैं। लेकिन मंगल मार्गी हो रहे हैं तो कुछ मंगल मार्गी उपाय से आप परेशानी से मुक्ति पा सकते हैं। इससे पहले जानते हैं मंगल मार्गी के शुभ अशुभ प्रभाव क्या हैं ..
मंगल के शुभ-अशुभ प्रभाव (Mangal Margi Ke Shubh Ashubh Prabhav)
भविष्यवक्ता डॉ. अनीष व्यास के अनुसार मंगल मार्गी से रोजगार के क्षेत्रों में वृद्धि होगी, आय में बढ़ोतरी होगी। आने वाले 39 दिन तक देश की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ समय रहेगा। खाने की चीजों की कीमतें सामान्य रहेंगी। दुर्घटनाएं आगजनी आतंक और तनाव होने की संभावना हैं।इसके अलावा आंदोलन धरना प्रदर्शन हड़ताल, बैंक घोटाला, वायुयान दुर्घटना, विमान में खराबी, शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव हो सकता है। इस समय राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप ज्यादा होंगे। सत्ता संगठन में बदलाव होंगे। वहीं, मनोरंजन फिल्म खेलकूद एवं गायन क्षेत्र से बुरी खबर मिलेगी। बड़े नेताओं का दुखद समाचार मिलने की संभावना है।
वहीं, प्राकृतिक आपदा के साथ अग्नि कांड भूकंप गैस दुर्घटना वायुयान दुर्घटना होने की संभावना है, पूरे विश्व में राजनीतिक अस्थिरता यानी राजनीतिक माहौल उच्च होगा। पूरे विश्व में सीमा पर तनाव शुरू हो जाएगा।
मार्गी मंगल के उपाय (Mangal Margi Upay)
भविष्यवक्ता डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि मंगल के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा लाल चंदन या सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए।वहीं, तांबे के बर्तन में गेहूं रखकर दान करना भी लाभ दे सकता है। लाल कपड़ों का दान करें, मसूर की दाल का दान करें। शहद खाकर घर से निकलें और हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। मंगलवार को बंदरों को गुड़ और चने खिलाएं।