पहले लिया लाखों का किराया, फिर स्टॉल पर कब्जा
सुभाषनगर के होलीचौकी निवासी किरन के अनुसार वह बरेली जंक्शन के पास एक स्टॉल चला रही थी, जहां पानी की बोतल और दुग्ध उत्पादों की बिक्री होती थी। यह स्टॉल एक बड़े व्यापारी के अंडर में था, जिसने इसे महिला को किराए पर दिया था। महिला का आरोप है कि किराए के नाम पर उससे 1.60 लाख रुपये की पगड़ी वसूली गई और रोजाना 1,500 रुपये किराए के रूप में लिए जाते रहे। इसके अलावा स्टॉल पर काम करने वाले 7 मजदूरों का भुगतान भी उसी से करवाया जा रहा था। जब उसने आधिकारिक दस्तावेजों की मांग की, तो ठेकेदार बहाने बनाकर टालता रहा।
पैसे मांगने पर महिला को बना दिया कर्जदार
महिला ने बताया कि उसने उधार लेकर 1.60 लाख रुपये आरोपी को दिए थे, लेकिन जब उसने यह रकम वापस मांगी, तो आरोपी ने उल्टा उस पर ही 75,000 रुपये के कर्ज का झूठा आरोप लगा दिया। पीड़िता के अनुसार मई 2024 में पति की मृत्यु के बाद, आरोपी ने मौके का फायदा उठाना शुरू कर दिया। वह अक्सर रात 11 बजे के बाद किराया वसूलने के बहाने महिला के पास आने लगा और उस पर अनुचित दबाव डालने लगा। महिला ने आरोप लगाया कि व्यवसायी ने जबरन उसका हाथ पकड़कर उसे अपने संपर्क में रहने के लिए मजबूर करने की कोशिश की और विरोध करने पर स्टॉल पर कब्जा कर लिया, और स्टॉल में रखा 50 हजार रुपये से अधिक का सामान भी जब्त कर लिया गया।
धमकियों से दहशत में महिला, हत्या का डर
जब महिला ने स्टॉल के नए ठेकेदार से मदद मांगी, तो उसे यह कहकर मना कर दिया गया कि पुराने ठेकेदार ने आदेश दिया है कि उसे स्टॉल न दिया जाए। इसके बाद आरोपी ने महिला को झूठे आरोपों में फंसाने, बदनाम करने और जान से मारने की धमकी देना शुरू कर दिया। आरोपी के गुर्गे भी लगातार उसके घर के आसपास घूमते रहते हैं, जिससे महिला और उसका परिवार दहशत में जीने को मजबूर है। पीड़िता ने बताया कि उसके चार बच्चे हैं, जिनमें एक विकलांग है। आरोपी और उसके सहयोगियों की धमकियों के कारण महिला और उसके बच्चे हर वक्त डर के साये में जी रहे हैं। महिला की शिकायत के बाद सुभाषनगर पुलिस ने स्टॉल के पूर्व ठेकेदार राजेश गोस्वमी, बिजनेस यादव समेत कई अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है।