फर्जी दस्तावेजों के सहारे ज़मीन पर कब्जे की कोशिश
बारादरी के सुरेश शर्मा नगर की रामायण आवास कॉलोनी निवासी राजीव कुमार के अनुसार यह ज़मीन मूल रूप से डॉ. भारती गुप्ता के स्वामित्व में थी, जिन्होंने इसे खरीदी थी, लेकिन कुछ भू-माफियाओं ने खसरा संख्या 107 से 111 की जमीन को फर्जी बैनामों के माध्यम से बार-बार विभिन्न लोगों को बेच दिया। शिकायत में कहा गया कि डल्लू पुत्र खिम्मी ने वर्ष 1973 में एक नाबालिग लड़के “कढ़े” को ज़मीन बेची थी, जबकि वह खुद इसके मालिक नहीं थे। बाद में कढ़े की मां और अन्य परिजनों ने इसे 1975 में किसी और को बेच दिया। इसके बाद बार-बार अलग-अलग नामों पर बैनामे किए गए।चार बार बेची गई एक ही ज़मीन
वर्ष 1998 में फर्जी बैनामा तैयार कर मुन्ना लाल को बेचा गया।वर्ष 1999 में उसी ज़मीन को राजेश कुमार व सोमपाल को बेचा गया।
वर्ष 2005 में फिर फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर वी.एस. गंगवार व अन्य को बेचा गया।
वर्ष 2022-2023 में अभिराज उपाध्याय, आदित्य उपाध्याय व आकाश उपाध्याय को फर्जी रूप से यह ज़मीन बेची गई।