म्हारी राय भवानी जागै… होलाष्टक में कीकाणी व्यास चौक में उस्ताद जमना दास कल्ला की स्वांग मेहरी रम्मत का मंचन होगा। चौथाणी ओझा चौक में रम्मत के वरिष्ठ कलाकार एडवोकेट मदन गोपाल व्यास के निर्देशन में रम्मत का अभ्यास चल रहा है। रम्मत कलाकार मदन गोपाल व्यास के अनुसार अखाड़े में मां लटियाल स्वरूप के पदार्पण के साथ रम्मत का आगाज होगा। श्रद्धालु व कलाकार मां लटियाल की स्तुति वंदना करेंगे। रम्मत का मंचन 10 मार्च की रात प्रारंभ होगा व 11 मार्च की सुबह तक चलेगा। चौमासा व ख्याल गीतों का गायन तथा पारंपरिक गीत-नृत्यों की प्रस्तुतियां होगी। रम्मत कलाकार अभ्यास में जुटे हुए हैं। रम्मत कलाकार एडवोकेट मदन गोपाल व्यास के अनुसार ‘ख्याल’ गीत के माध्यम से राजनीति, शासन-प्रशासन में आई कमियों पर सार्वजनिक रूप से व्यंग्य किए जाएंगे।
करारे व्यंग्य के लिए प्रसिद्ध होलाष्टक में मंचित होने वाली उस्ताद दासी महाराज ओझा व उस्ताद जमना दास कल्ला की रम्मतें रियासत काल से अपने कटाक्ष भरे ख्याल गीतों के लिए प्रसिद्ध रही है। रम्मत मंचन के दिन बड़ी संख्या में शहरवासी रम्मत स्थलों पर ख्याल गीतों को सुनने के लिए पहुंचते है। रम्मतों का अभ्यास बसंत पंचमी से चल रहा है। रम्मत मंचन के दिन रम्मत उस्तादों और वरिष्ठ कलाकारों के निर्देशन में रम्मत कलाकार ख्याल गीतों का गायन करते है।