8 लाख करोड़ तक का हो सकता है बजट
2025-2026 का बजट 8 लाख करोड़ से 8.15 लाख करोड़ रुपये तक हो सकता है। इसमें करीब 25 हजार करोड़ रुपये की नई योजनाओं के ऐलान की उम्मीद है। इसके जरिए जहां वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को साधने में मदद मिलेगी, वहीं राज्य की जीडीपी में भी इजाफा होगा। इन परियोजनाओं पर होगा ज्यादा फोकस
बजट 2025-2026 में सबसे ज्यादा फोकस एक्सप्रेसवे, मेट्रो व अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर होगा। 320 किमी के विन्ध्य एक्सप्रेसवे, चंदौली से
गाजीपुर तक पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस वे को जोड़ने के लिए स्पर का निर्माण, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को चित्रकूट से प्रयागराज होते हुए रीवा मार्ग से जोड़ने के लिए एक्सप्रेस वे का निर्माण के लिए भारी धनराशि का प्रावधान होगा। निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के लिए भी और रकम की जरूरत है। गंगा एक्सप्रेसवे को मेरठ से हरिद्वार तक भी जोड़ने की योजना भी सामने आएगी। सीएम युवा योजना में 1000 करोड़ रुपये की रकम होगी। जेवर एयरपोर्ट, फिल्म सिटी जैसी परियोजनाओं को रफ्तार मिलेगी। वहीं निवेशकों को उद्योग लगाने की एवज में मिलने वाली इन्सेंटिव के लिए भी भारी रकम रखी जाएगी।
बजट में इन मुद्दों पर हो सकता है फोकस
● तहसील स्तर पर स्थित छोटे बस अड्डों के लिए धनराशि ● राज्य कर्मियों के भत्ते बढ़ सकते हैं ● आउटसोर्स कर्मचारियों को मिल सकती है राहत
● आठवें वेतन आयोग के गठन को लेकर राज्य वेतन समिति की घोषणा ● गन्ना किसानों के लिए तय हुए 370 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से रखी जाएगी रकम ● खाद, बीज, ब्लाक स्तर पर मिनी स्टेडियम और कम्युनिटी सेंटर
● लखनऊ मेट्रो के द्वितीय चरण ● नई बसों की खरीद और नए बस अड्डे, मेडिकल कॉलेज
पिछले साल पास हुआ था 7 लाख करोड़ का बजट
यूपी सरकार पिछले साल फरवरी में 7,36,438 करोड़ रुपये का बजट लाई थी। पहला अनुपूरक बजट 12209 करोड़ रुपये व दूसरा 17665 करोड़ रुपये का था। इसके बाद दो अनुपूरक बजट बीच में लाए गए। इन दोनों अनुपूरक के जरिए 30075.65 करोड़ रुपये और जुटाए गए, इस तरह वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट 7.66 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का हो गया है।