महाकुंभ में फिर लगी भीषण आग, सेक्टर 18 और 19 में कई टेंट सहित जले नोटों के बैग, चौथी बार लगी आग
Mahakumbh Prayagraj Fire: महाकुंभ मेले में भीषण आग लग गई है। कई टेंट जल गए हैं। मौके पर से भीड़ को हटाया जा रहा है। ये घटना सेक्टर 18 और 19 की है। महाकुंभ के 28 दिन में ये चौथी बार आग लगी है।
Mahakumbh Fire 2025: महाकुंभ में शनिवार को फिर आग लग गई। घटना की सूचना मिलते ही एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके के लिए रवाना हुईं। मेले में भारी भीड़ के कारण राहत दल को पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। आग की चपेट में कई टेंट आ गए। फायरकर्मी आग बुझाने में जुटे हैं, जबकि भीड़ को सुरक्षित स्थान पर हटाया गया है।
शनिवार की शाम आग लगने के बाद मौके पर मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि श्रीराम चरित मानस सेवा प्रवचन मंडल के शिविर में भी आग लगी। जब सभी लोग चले गए तब यहां आग लगी है। टेंट में रखे सारे सामान भी जल गए हैं। उसके साथ-साथ शिविर में तीन नोटों के बैग रखे हुए थे वो भी आग के चपेट में आ गए हैं। चश्मदीदों के अनुसार दो नोटों के बैग जलकर ख़ाक हो गए हैं।
पुलिस ने क्या कहा ?
प्रयागराज मेला क्षेत्र में आग लगने की घटना पर डीआइजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने कहा, “आग पूरी तरह से नियंत्रण में है। सेक्टर 19 में कल्पवासियों द्वारा खाली किए गए कुछ पुराने टेंटों में आग लगी है। किसी की जान का नुकसान या कोई घायल नहीं हुआ है।”
On fire incident in Prayagraj Mela Kshetra, DIG Maha Kumbh, Vaibhav Krishna says, "Fire is completely under control. It broke out in some old tents vacated by Kalpvasis in Sector 19. No loss of life or injury to anyone."#MahaKumbh2025
सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची। मेले में बहुत ज्यादा भीड़ होने की वजह से गाड़ियों को मौके पर पहुंचने में देरी हुई। महज आधे घंटे के अंदर आग पर काबू पा लिया गया। किसी के भी हताहत होने की कोई खबर नहीं है। पुलिस ने घटनास्थल को चारों तरफ से घेर लिया है।
28 दिन के इस महाकुंभ में चौथी बार आग लगने की घटना हुई है। इससे पहले 15 फरवरी को सेक्टर 18-19 में आग लगी थी, जिसे समय रहते बुझा लिया गया। 7 फरवरी को सेक्टर 18 में शंकराचार्य मार्ग पर आग लगने से 22 पंडाल जलकर खाक हो गए। 30 जनवरी को सेक्टर 22 में आग लगी थी, जिसमें 15 टेंट जल गए थे। वहीं, 19 जनवरी को सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में भीषण आग लगी, जिससे 180 कॉटेज जलकर नष्ट हो गए।