पुलिस के घटना कब बारे में क्या कुछ कहा जानिए
एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि आरोपियों में 33 वर्षीय रविंद्र सिंह उर्फ संतोष सिंह उर्फ साधू सिंह पुत्र वीर बहादुर सिंह निवासी लखुवा प्रधानपुर, थाना रसड़ा, जिला बलिया है। अभी वह बिलरिया की चुंगी थाना कोतवाली आजमगढ़ में रह रहा था। उसके साथ-साथ 46 वर्षीय हरिकेश चौहान पुत्र सूर्यनाथ चौहान निवासी शेखपुरा थाना कोतवाली आजमगढ़, 20 वर्षीय मोहम्मद फैसल पुत्र अब्दुल मन्नान निवासी आर्यनगर थाना जीयनपुर और 22 वर्षीय विजय सिंह उर्फ बंटी पुत्र चंद्रभूषण सिंह निवासी खेमऊपुर थाना सिधारी को गिरफ्तार किया गया। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त रविंद्र सिंह उर्फ संतोष सिंह उर्फ साधू सिंह ने पूछताछ पर बताया कि राजेश पाठक से मैंने 15 लाख रुपये उधार लिया था। अपने साथी हरिकेश चौहान को भी 15 लाख रुपये उधार दिलवाया था। इसका 1.5 लाख रुपये प्रतिमाह ब्याज दिया करता था। इधर कुछ दिनों से ब्याज न दे पाने के कारण राजेश चन्द्र पाठक मुझे और हरिकेश चौहान को पैसा वापस करने के लिए डराते-धमकाते थे।
रविंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि बीच-बीच में घर जाकर भी राजेश भला-बुरा कहते थे। हमलोगों को यह बात बहुत ही खराब लगता था। बार-बार जल्द ही पैसा वापस करने की बात कहने के बाद भी राजेश पाठक जहां भी मिलते थे, भला-बुरा कहते थे। इस बात को मैंने अपने भांजे भोला सिंह पुत्र नरेंद्र सिंह उर्फ पिंकी और उसके दोस्त चंद्रभूषण सिंह उर्फ चन्दू पुत्र रामआशीष सिंह निवासी हरसिंहपुर को बताई।
एसपी हेमराज मीणा ने कहा कि आरोपियों ने इसके बाद राजेश पाठक को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। 7 फरवरी योजना के तहत हमलोगों ने राजेश पाठक को फोन से प्लॉट दिखाने के लिए उकरौड़ा बुलाया। वहां पर पहले से भोला सिंह, चंद्रभूषण सिंह उर्फ चंदू अपने साथी मोहम्मद फैसल और विजय सिंह मौजूद था। ब्रेजा कार से राजेश और आरोपी उकरौड़ा प्लाट स्थल पर पहुंचे। वहां राजेश पाठक को पैसा गिनने के बहाने गाड़ी में बैठा लिया।
गाड़ी को लेकर जीयनपुर की तरफ जाते समय रास्ते में कार में ही चंद्रभूषण सिंह उर्फ चन्दू , भोला सिंह और मोहम्मद फैसल ने मिलकर नायलॉन की रस्सी से राजेश पाठक का गला दबाकर हत्या कर दी। शव को छिपाने के लिए जीयनपुर मोहम्मदाबाद बार्डर के हरदूपुर नहर में फेंक दिया।