बताया जा रहा है कि हॉकी खेल मैदान में लगाए गए स्टोटर्फ को गिला करने के लिए मानवीय मदद नहीं ली जा रही है। बल्कि ऑटोमेटिक सिस्टम के तहत यहां मैदान आवश्यकता पडऩे पर स्वयं अपने आप को गिला कर रहा है। टेस्टिंग का सफल परीक्षण भी अधिकारियों ने पूर्ण कर लिया है। बताया जा रहा है कि इसके लिए मैदान के चारों ओर 6 सोनेनाइट वॉल लगाए गए हैं। जिसका अंदरूनी कनेक्शन दिया गया है। मैदान में लगा यह जीपीजी सिस्टम टर्फ में नमी बरकरार रखने में मदद कर रहा है। जहां मैदान में लगी टर्फ में नमी बनाए रखने के लिए स्प्रिंगर के माध्यम से मशीन स्वयं जमीन से कुछ ऊपर उठकर मैदान के सभी 06 तरफ से पानी की बौछार कर रही है। वही पानी का छिडक़ाव होते ही मशीन ऑटोमेटिक बंद हो जाती है। इसका सफल परीक्षण भी किया जा चुका है।
बताया जा रहा है की टर्फ मैदान का कार्य पूर्ण रूप से कंप्लीट हो चुका है। छूट मुट कार्य ही शेष है। जो जल्द हो जाएंगे। अब सिर्फ एफआईएच टीम के आने का इंतजार है। एफआईएच की यह टीम बालाघाट आकर मैदान का बारीकी से निरीक्षण करेगी। सब कुछ ठीक रहा, तो एफआईएच टीम ओके की रिपोर्ट देगी। फाइनल ओके रिपोर्ट के बाद ही इस तरफ मैदान का लोकार्पण कर हॉकी महाकुंभ प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा।
बताएं की टर्फ मैदान में पानी के छिडक़ाव के लिए ऑटोमेटिक सिस्टम सोनेनाइट वाल स्प्रिंगर लगा दिया गया है। विद्युत सप्लाई के लिए ट्रांसफार्म की भी व्यवस्था कर दी गई है। इसके अलावा पानी सप्लाई के लिए पानी की मोटर आटोमेटिक मोड पर लगाई गई है। अब यहां विद्युत मीटर लगाना शेष रह गया है। विघुत मीटर लगाने सहित अन्य व्यवस्था बनाने के लिए करीब 1 लाख 71000 का खर्च आ रहा है। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक आधा पैसा तो विभाग के पास है। लेकिन बजट कम होने के चलते खेल विभाग से भोपाल डायरेक्टेड स्पोट्र्स को एक पत्र लिखकर आधा बजट मांगा गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि भोपाल से इसका बजट जारी किया जाएगा और जल्द से जल्द यहां विद्युत मीटर भी लगा दिया जाएगा।
:-विद्युत मीटर लगा शेष है।
:-विद्युत मीटर व्यवस्था के लिए नही है पर्याप्त फंड
:-मैदान के चारों ओर से नालियों में ढक्कन लगाया जाना है।
:-मैदान के चारों ओर की साफ सफाई
:-स्कूल की तरफ बाउंड्री वॉल सहित अन्य छूट मुट व्यवस्थाएं शेष
:-टर्फ मैदान बनाकर हुआ तैयार
:-वॉटर टेस्टिंग का किया गया सफल परीक्षण
:-मैदान के चारों ओर लगाए गए सोनेनाइट वाल
:-मैदान में ऑटोमेटिक हो रहा पानी का छिडक़ाव
:-एफआईएच टीम ही देगी फाइनल सर्टिफिकेट
:-पानी मोटर में लगाए गए तीन फिल्टर
:-विघुत मीटर लगना शेष एपर्याप्त फंड की कमी
:-छुट-मुट काम अब भी बाकी
:-फाइनल रिपोर्ट के बाद खेल विभाग संभालेगा मैदान की जिम्मेदारी