स्थानीय लोगों से चर्चा, पूजा-अर्चना भी की
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं पर चर्चा की। बैठक में बताया गया कि महाशिवरात्रि के एक दिन पहले से लेकर दो दिन बाद तक भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। इसी को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर अहम निर्देश दिए।व्यवस्थाओं को लेकर दिए गए ये निर्देश
- विद्युत व्यवस्था और एनाउंसमेंट:
मंदिर परिसर में सुचारू बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए समय-समय पर अनाउंसमेंट की व्यवस्था करने को कहा गया। शौचालय और पेयजल सुविधा:
मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था करने को कहा गया ताकि स्वच्छता बनी रहे।
गर्मी को ध्यान में रखते हुए पेयजल और छायादार स्थान की व्यवस्था करने को कहा गया, ताकि बुजुर्ग और बच्चों को कोई परेशानी न हो। सुरक्षा व्यवस्था:
मंदिर परिसर और उसके आसपास CCTV कैमरों से निगरानी रखी जाए और उनकी रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखा जाए।
सुरक्षा कर्मियों की तैनाती उन्हीं कर्मचारियों से कराई जाए, जिन्हें पिछले वर्षों का अनुभव हो।
पूजा सामग्री और भीड़ नियंत्रण:
मंदिर में चढ़ाए जाने वाले दूध और अन्य प्रसाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।मंदिर परिसर में बैरिकेडिंग कराई जाए ताकि भीड़ को व्यवस्थित किया जा सके और श्रद्धालुओं को दर्शन में परेशानी न हो।
परंपराओं का पालन:
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी महाशिवरात्रि को पारंपरिक और उल्लासपूर्ण माहौल में मनाने पर जोर दिया गया।कोई नई परंपरा शुरू न की जाए ताकि व्यवस्थाओं में कोई अव्यवस्था न हो।